Posts

Showing posts with the label महज चेचिस पर ही झुर्रियों ने ली अंगड़ाई है

महज चेचिस पर ही झुर्रियों ने ली अंगड़ाई है

Image
महज चेचिस पर ही झुर्रियों ने ली अंगड़ाई है महज हाड़-मांस में ही कल-पुर्जों की हुई घिसाई है बाखुदा मोहब्बत तो आज भी कतरे-कतरे में उफान पर है इस नामुराद जमाने ने हम पे बुड़ापे की सिल लगाईं है यूँ तो तज़ुर्बा जवानी का बेशुमार रहा इस ख़ादिम को यूँ तो हुस्न की अनारकलियों ने दिलो-जान से चाहा इस सलीम को लेकिन अब इन बदनों की हवस से दिलों की हुई रुसवाई है हम अपने इश्क की मिसाल क्या दे तुमको ऐ जहां वालों हम अपने हुनर को कैसे सोंप दे तुमको ऐ जहां वालों डूबकर किया है इश्क ये मुलाक़ात उसी की सच्चाई है !