Midnight Romance With Sheet In Rainfall

सर्द बरसात की वो काली अँधेरी भयानक रात... चारों तरफ बिजली की वो खौफनाक चमक, और तेज तूफानी हवाओं के थपेड़ों के सहारे, यूँ रिमझिम-रिमझिम बरसती नन्ही-नन्ही बुँदे, उस रात एक शर्मनाक शरारत मेरे साथ हो गई, अक्सर ख़्वाबों में मेरा आलिंगन करने वाली कोमलान्गिनी, आज कैसे भला, मुझसे यूँ हमबिस्तर हो गई | सर्द बरसात की वो काली अँधेरी भयानक रात... फिर क्या था, नज़रों-नजर नजारा सुहागरात-सा, बिस्तर पर कच्ची कलियों की महक-सी महक हो गई, धड़कन बढने लगी और साँसें तेज हो गई, कभी मै उसके ऊपर,कभी वो मेरे ऊपर, बस एक दूजे को पाने की,एक दूजे में समा जाने की, बेइंतहा अनवरत जद्दोजहद शुरू हो गई | सर्द बरसात की वो काली अँधेरी भयानक रात... कभी उसका अध्-बदनांग बिस्तर से निचे हो जाता, कभी मेरा अध्-शरीरांग बिस्तर से निचे हो जाता, और कभी-कभी तो हम दोनों ही बिस्तर से निचे गिर जाते, मै, वो और बिस्तर, बस रजनी जैसे थम-सी गई | सर्द बरसात की वो काली अँधेरी भयानक रात... कभी बिस्तर पर वो मुझे तलाशती, कभी बिस्तर पर मै उसे तलाशता, और कभी-कभी तो बेहद कसके लिपट जाते, मेरी बैचेनी, मेरी तड़प, मेरी कसक यूँ बढ़ती गई | सर्द बरसात की वो काली ...