सिसकती साँसों से पूछो,मेरा क्या है?

सिसकती साँसों से पूछो , वक्त का पहरा क्या है ? रजनी लपेटे सफेदी में , शशि में इतना , गहरा क्या है ? है भान नभ के , भानु प्रताप को , लबों पे लालिमा लिए , सवेरा क्या है ? क्यूँ गुलशन करता , नाज इतना शुलों पे , है एहसास गुलों को , भंवरों का पहरा क्या है ? क्षितिज को साहिलों से मिलाती , सागर पे लहराती , सरगम - सी लहरों का , बसेरा क्या है ? माटी से माटी तक का सफ़र , जानता है सिर्फ वो कुम्हार कि इस खोखले खिलौने का , चेहरा क्या है?