मैया मोरी तुमरे दरस की प्यासी मै


मैया मोरी तुमरी मूरत,
है वो सबसे प्यारी रे...
सुबह शाम मै भजा करूं,
तुमरे दरस की प्यासी मै...
ओ कमला रानी सुन लो बिनती,
ओ मेरी भोली भाली रे...
तुमरे द्वारे आये जो भी,
भर-भर झोली जाय रे...
मैया मोरी तुमरी मूरत
है वो सबसे प्यारी रे...!

तुमरे नयना करुणा के सागर,
तुम-सा न कोई प्यारा रे...
मांग में तुमरी लाल सिंदूर,
पल-पल रूप बढ़ाए रे...
तुमरी छटा है ऐसी निराली,
तुम-सा न कोई न्यारा रे...
कंगन मोती झुमका बाली,
पहन के निकली माता रे...
मैया मोरी तुमरी मूरत
है वो सबसे प्यारी रे...!

आओ सखियों माँ को निहारें,
ऐसा न मौका आये रे...
माँ का रूप असीम निराला,
कंठन पर मुतियन की माला रे...
देख मै तो भई दीवानी,
जीवन सफल कर डाला रे...
मैया मोरी तुमरी मूरत,


Comments

Popular posts from this blog

Holi Celebration In India: मुबारक हो प्रेम और भाईचारे की होली

मकर संक्रांति पर्व, सूर्य बदल देगा अपनी दिशा

"Lucky Donkey" एक गधे की कहानी, कविता की जुबानी !